Corona alert! हवा में 10 मीटर तक फैल सकता है कोरोना वायरस, सरकार ने जारी की नई एडवाइजरी
Corona alert! कोरोना वायरस हवा से भी फैल सकता है. सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय के मुताबिक, एयरोसोल और ड्रॉपलेट्स कोरोना वायरस के फैलने के प्रमुख कारण हैं.
Corona alert! कोरोना को लेकर सरकार ने नई एडवाइजरी जारी की है. (फाइल फोटो)
Corona alert! कोरोना को लेकर सरकार ने नई एडवाइजरी जारी की है. (फाइल फोटो)
Corona alert! कोरोना वायरस हवा से भी फैल सकता है. सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय के मुताबिक, एयरोसोल और ड्रॉपलेट्स कोरोना वायरस के फैलने के प्रमुख कारण हैं. कोरोना से संक्रमित व्यक्ति के ड्रॉपलेट्स हवा में दो मीटर तक जा सकते हैं, जबकि एयरोसोल उन ड्रॉपलेट्स को 10 मीटर तक जा सकते हैं और संक्रमण का खतरा पैदा कर सकता है.
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सरकार ने 'ईजी टू फॉलो' एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस के एयरोसोल्स हवा में 10 मीटर तक तैर सकते हैं. सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार विजय राघवन (Vijay Raghavan) के कार्यालय ने कहा कि कोविड-19 (Covid-19) से पीड़ित व्यक्ति की छींक से निकलने वाली ड्रॉपलेट्स दो मीटर में गिर सकती हैं और इससे निकलने वाले एयरोसोल 10 मीटर दूर तक जा सकते हैं.
Droplets fall within 2 meters from an infected person: Office of Principal Scientific Adviser to GoI pic.twitter.com/rxTsgl5nbQ
— ANI (@ANI) May 20, 2021
एडवाइजरी की मुख्य बातें (Highlights of Advisory)
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-कोविड-19 के वायरस का प्रकोप कम करने में खुली हवादार जगह अहम भूमिका निभा सकती है. खुली जगह में एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में संक्रमण फैलने का खतरा भी कम होता है.
-‘लार और छींक तथा उससे निकली संक्रमित बूंद वायरस को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचा सकती हैं. बड़ी बूंदें जमीन और सतहों पर गिर जाती हैं और छोटी बूंदे हवा में काफी दूरी तक जा सकती हैं.’
-ऐसी जगह जो बंद हैं और जहां हवा का संचार नहीं है वहां संक्रमित बूंदें कॉन्संट्रेटेड हो जाती हैं और इससे उस इलाके के लोगों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
- संक्रमित व्यक्ति के नाक से निकलने वाली बूंदें 2 मीटर के क्षेत्र में गिर सकती हैं जबकि और भी छोटी बूंदें हवा के जरिए 10 मीटर तक जा सकती हैं.
- पहले के प्रोटोकॉल के मुताबिक संक्रमण को रोकने के लिए छह फुट की दूरी जरूरी बताई गई थी. सोशल मीडिया पर कई लोगों ने कहा है कि किसी भी बाहरी व्यक्ति के संपर्क में नहीं आने के बावजूद वे संक्रमित हो गए. ऐसे में अब कहा जा रहा है कि जगह अगर जगह हवादार हो तो संक्रमण से बचा जा सकता है.
- जिस तरह घर के दरवाजे और खिड़कियां खोलने और एक्जॉस्ट फैन चलाने से हवा से गंध कम हो जाती है, ठीक उसी तरह हवादार जगह में वायरस की संख्या कम हो सकती है और इससे संक्रमण का जोखिम कम हो जाता है.
गाइडलाइन में उन सतहों की लगातार और नियमित रूप से सफाई करने को कहा गया है, जिनके संपर्क में लोग ज्यादा रहते हैं. इसमें दरवाजे का हैंडल, लाइट स्विच, टेबल, कुर्सी आदि शामिल हैं. इन्हें ब्लीच और फिनाइल आदि से साफ करने की सलाह दी गई है. गाइडलाइन के मुताबिक, ग्लास, प्लास्टिक और स्टेनलेस स्टील पर वायरस लंबे समय तक जिंदा रहता है. इसलिए इन चीजों की रेगुलर सफाई जरूरी है.
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01:17 PM IST